 
                            लड्डू गोपाल की सेवा में चूक खड़ा कर सकती है मुसीबतो का पहाड़, तो इन नियमों का जरूर करें पालन
हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण को जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है| भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरुप इतना प्यारा है की हर किसी का मन मोह लेता है, ऐसे में बहुत से लोग उन्हें घर में एक सदस्य की तरह रखते है।हिन्दू धर्मशास्त्रों अनुसार जिस घर में लड्डू गोपाल की पूजा होती है, उस घर में खुशहाली बनी रहती है। न सिर्फ ब्रज धाम में बल्कि देश के हर छोटे से छोटे कसबे और बड़े से बसे शहर में किसी न किसी घर में आपको लड्डू गोपाल की सेवा होते हुए मिल ही जाएगी
लड्डू गोपाल की सेवा से जुड़े कुछ खास नियम
शास्त्रों के अनुसार, अगर कोई अपने घर में लड्डू गोपाल रखता है तो उसे कई तरह के नियमों का पालन भी करना पड़ता है।लड्डू गोपाल की सेवा के समय इन नियमों का पालन शास्त्रों में अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया गया है. तो आइए जानते है लड्डू गोपाल को अपने घर में रखने वाले इन नियमों के बारे में
1. लड्डू गोपाल का रोजाना स्नान
जिस तरह से माँ अपने बच्चे को रोजाना स्नान कराती हैं।उसी तरह बाल गोपाल को भी रोज स्नान कराना चाहिए।लड्डू गोपाल का ख्याल एक बच्चे की तरह रखा जाता है। बाल गोपाल को स्नान कराने के लिए शंख का इस्तेमाल करें।धार्मिक मान्यतानुसार शंख मां लक्ष्मी का प्रतीक है स्नान कराने के बाद पानी को तुलसी के पौधे में डाल दें।
2. लड्डू गोपाल को साफ कपड़ें पहनाएं
लड्डू गोपाल को रोजाना स्नान कराने के बाद साफ वस्त्र पहनना चाहिए। जरूरी नहीं है कि आप रोजाना नए वस्त्र पहनाएं। आप बाल गोपाल को पुराने कपड़े धोकर दोबारा प्रेम से पहना सकते हैं।मौसम के हिसाब से स्वेटर (Laddu Gopal Winter Dress), रजाई, पंखे, बेड और तकिये की व्यवस्था करनी चाहिए
3. लड्डू गोपाल का श्रृंगार
बाल गोपाल को स्नान, वस्त्र पहनाने के साथ-साथ श्रृंगार भी नियमित रूप से करें।लड्डू गोपाल को चंदन का टीका लगाया जाता है. उसके बाद उनकी नजर उतारी जाती है।
4. लड्डू गोपाल का भोग
लड्डू गोपाल का भोग में सात्विक चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। बाल गोपाल को अपने घर रखने वाले लोगों को तामसिक चीजों का त्याग करना चाहिए। यानि शराब, मांस आदि से दूर रहना चाहिए। घर में जो भी भोजन बने सबसे पहले बाल गोपाल को उसका भोग लगाना चाहिए।
5. लड्डू गोपाल को न छोड़ें अकेले
मान्यतानुसार जिस घर में लड्डू गोपाल को विराजमान किया जाता है, उस स्थान को अकेला नहीं छोड़ा जाता है। घर से बाहर जाने पर लड्डू गोपाल को अपने साथ लेकर जाएं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिस घर में लड्डू गोपाल की सेवा, पूजा, आदर और सम्मान किया जाता है, वहां के सदस्यों पर कभी संकट नहीं आता है और सबकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
6. लड्डू गोपाल की आरती
लड्डू गोपाल की नियमित पूजा के साथ साथ, आरती भी की जाती है। आरती करने के बाद लड्डू गोपाल को शयन करना चाहिए। शयन कराने के लिए बाजार में बाल गोपाल के बिस्तर और पलंग आदि चीजें मिल जाती हैं। जिन्हें आप आसानी से खरीद सकते हैं। उसी पर बाल गोपाल जी को शयन कराना चाहिए।
 
                             
                                             
                                             
                                            